मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने रविवार को कहा कि प्रदेश में यूरिया और डीएपी पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। उन्होंने मंडलायुक्तों और जिलाधिकारियों को अगले 15 दिनों तक प्रतिदिन सुबह 10 बजे कृषि, सहकारिता और अन्य संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक कर सभी केंद्रों पर यूरिया और डीएपी की उपलब्धता सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए।
कहा कि एक भी केंद्र ऐसा नहीं होना चाहिए, जहां उर्वरक की उपलब्धता न हो। जैसे ही किसी केंद्र पर खाद की मात्रा 80 से 90 प्रतिशत तक समाप्त हो, वहां नया स्टाक तत्काल पहुंचाया जाए।
मुख्य सचिव ने रविवार को वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए मंडलायुक्त व जिलाधिकारियों से कहा कि बिक्री पारदर्शी तरीके से हो और दुकानदारों द्वारा प्रत्येक किसान को उर्वरक खरीद की रसीद अनिवार्य रूप से दी जाए। उर्वरकों की जमाखोरी को सख्ती से रोका जाए।