संसद में सवाल पूछने के बदले पैसे लेने के मामले में फंसीं TMC सांसद महुआ मोइत्रा ने नए आरोप लगाए हैं। महुआ गुरुवार 2 नवंबर को एथिक्स कमेटी के सामने पेश हुईं। उन्होंने कमेटी के चेयरपर्सन विनोद सोनकर के लिए कहा कि उन्होंने शब्दों से मेरा वस्त्रहरण (Proverbial Vastraharan) किया। चेयरपर्सन ने जानबूझकर अपमानजनक सवाल किए। ये सब उन्होंने एथिक्स कमेटी के सभी मेंबर्स के सामने किया।महुआ के इस बयान के बाद उनकी पार्टी TMC ने एथिक्स कमेटी के चेयरमैन की तुलना धृतराष्ट्र से की। वहीं बाकी सदस्यों को दुर्योधन बताया। पश्चिम बंगाल की मंत्री शशि पांजा ने कहा- पैनल ने एक निर्वाचित महिला सांसद के खिलाफ सुनवाई के दौरान उनका अपमान किया। जब पैनल के सदस्य “दुर्योधन” की तरह आनंद ले रहे थे, तो अध्यक्ष “धृतराष्ट्र” की तरह बैठे थे।उधर महुआ ने इसको लेकर लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला को लेटर लिखा है। इसमें महुआ ने ये भी लिखा कि चेयरपर्सन विनोद सोनकर का बर्ताव अनैतिक, घिनौना और पूर्वाग्रह से भरा था।
एथिक्स कमेटी का नाम बदल देना चाहिए, क्योंकि इसमें नैतिकता नहीं बची
महुआ ने कहा- समिति को एथिक्स कमेटी (आचार समिति) के बजाय कोई अन्य नाम देना चाहिए, क्योंकि इसमें कोई नैतिकता नहीं बची है। विषय से संबंधित प्रश्न पूछने के बजाय चेयरपर्सन ने दुर्भावनापूर्ण और अपमानजनक तरीके से सवाल किए। यहां तक कि वहां मौजूद 11 में से 5 सदस्यों ने उनके शर्मनाक बर्ताव के विरोध में पूछताछ का बहिष्कार किया।