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August 4, 2025
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पिता की सीख ने दिया आजीवन जन सेवा का संकल्प

चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग के पिता शी चोंगशुन चीन में एक मशहूर पुराने क्रांतिकारी थे और चीन के उपप्रधान मंत्री तथा नेशनल पीपुल्स कांग्रेस के उपाध्यक्ष थे ।15 अक्तूबर 2001 को शी चोंगशुन का 88वां जन्मदिन था ।शी चिनफिंग को छोड़कर इसे मनाने के लिए वृहद परिवार के सभी सदस्य इकट्ठा हुए ।उस समय शी चिनफिंग दक्षिण चीन के फुच्येन प्रांत के गवर्नर थे और काम में व्यस्त होने के कारण वे इस पारिवारिक गतिविधि में भाग नहीं ले पाये ।उन्होंने गहरी भावना से पिता के जन्मदिन की बधाई के लिए एक  पत्र लिखा ।उन्होंने अपने पत्र में लिखा कि आप एक पुराने वृषभ की तरह चीनी जनता के लिए काम कर रहे हैं ।इस से मुझे बड़ी प्रेरणा मिली ।मैं आजीवन जन सेवा में अपनी पूरी शक्ति लगाऊंगा और मेरी मातृभूमि तथा जनता की सेवा करूंगा ।

जब पिता शी चोंगशुन ने शी चिनफिंग का पत्र पढ़ा ,तो उन्होंने शी चिनफिंग की अनुपस्थिति पर पूरी समझ व्यक्त की ।उन्होंने अपने परिवारवालों को बताया कि काम और देश को प्राथमिकता देनी चाहिए ।जनता की सेवा करना तो माता पिता के प्रति सब से बड़ी निष्ठा है ।

चीन के उत्तर पश्चिम में काम करते समय शी चोंगशुन ने वादा दिया था कि मैं उत्तर पश्चिम की जनता का अच्छा सेवक बनूंगा ।शी चिनफिंग ने अपने पिता की बात याद की ।उन्होंने कहा कि मैं जनता का सेवक हूं और जन-सेवा करता हूं ।अपने राजनीतिक जीवन में शी चिनफिंग हमेशा इस अवधारणा को लागू करते हैं ।

देश के लिए अपने छोटे परिवार को छोड़ना शी चोंगशुन की पारिवारिक परंपरा है ।जैसे उन्होंने अपने संतानों से कहा कि मैंने आप लोगों के लिए खास संपत्ति नहीं छोड़ी ,लेकिन मैं आप लोगों के लिए अच्छी कीर्ति छोड़ जाऊंगा ।

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