कबतुल्ला को काबा शरीफ और क़िबला भी कहा जाता है। यह स्थान अल-मस्जिद अल-हरम के केंद्र में स्थित एक खूबसूरत क्यूबिकल इमारत है जोकि इस्लाम से संबंधित सबसे पवित्र स्थान माना जाता हैं। बेअत अल्लाह के नाम से भी यह प्रसिद्ध हैं जिसका अर्थ है ‘अल्लाह का निवास’ होता है।
अल-हरम
मक्का की सबसे प्रसिद्ध और महान मस्जिद में अल-हरम हैं जोकि दुनिया की सबसे बड़ी मस्जिद के रूप में प्रसिद्ध हैं। अल-हरम मस्जिद में हज की यात्रा के दौरान लाखो की संख्या में श्रद्धालु आते है। यह मस्जिद अपने दरबार में आने वाले श्रधालुओं के लिए हर समय खुली रहती हैं।
हजर असवद
हजर असवद मक्का मदीना यात्रा में खास जगह है जिसे काला पत्थर के नाम से भी जाना जाता हैं। हजर असवद के बारे में कहाँ जाता हैं कि काबा के निर्माण के समय स्वर्गदूत जब्रियल द्वारा इसे पृथ्वी पर लाया गया था।
मक्का-ए-इब्राहिम
मक्का-ए-इब्राहिम दर्शनीय स्थल काबा से थोड़ी दूरी पर स्थित एक छोटा सा खंड है जोकि मक्का मदीना यात्रा के दौरान आकर्षण का केंद्र होता हैं। पैगंबर इब्राहिम के पैरो के निशान देखे जा सकते हैं। माना जाता है कि इस स्थान पर की गई प्राथना या दुआ कबूल की होती हैं।
जन्नतुल मुअल्ला
यहाँ के प्रमुख आकर्षण में शामिल जन्नतुल मुअल्ला भी हैं जोकि अल-हज़ुन के नाम से भी प्रसिद्ध हैं। यह एक पवित्र और प्रसिद्ध कब्रिस्तान है।मुस्लिम पर्यटक इस स्थान का दौरा करना पसंद करते हैं।
मस्जिद अल-नबावी
मस्जिद अल-नबावी इस्लाम का दूसरा सबसे पवित्र स्थल माना जाता है। मदीना पर्यटन स्थल में स्थित मस्जिद अल-नबावी मुहम्मद S.A.W. का निवास स्थान था।