मजनू का टीला स्थित हिंदू शरणार्थी कैंप को हटाने को लेकर इलाके में हो रहे शोर से दूर हटते हुए वे आपबीती बताते हुए रोने लगीं।
हम यहां बहुत खुश हैं, किसी तरह की परेशानी नहीं है। तुम कब भारत आ रहे हो। हिंदू शरणार्थी लक्ष्मी पाकिस्तान में रह रही नंद से वीडियो कॉल पर ये कहते हुए मायूस हो गईं।’ मजनू का टीला स्थित हिंदू शरणार्थी कैंप को हटाने को लेकर इलाके में हो रहे शोर से दूर हटते हुए वे आपबीती बताते हुए रोने लगीं।
मजनू का टीला स्थित हिंदू शरणार्थी कैंप को हटाने को लेकर इलाके में हो रहे शोर से दूर हटते हुए वे आपबीती बताते हुए रोने लगीं।
हम यहां बहुत खुश हैं, किसी तरह की परेशानी नहीं है। तुम कब भारत आ रहे हो। हिंदू शरणार्थी लक्ष्मी पाकिस्तान में रह रही नंद से वीडियो कॉल पर ये कहते हुए मायूस हो गईं।’ मजनू का टीला स्थित हिंदू शरणार्थी कैंप को हटाने को लेकर इलाके में हो रहे शोर से दूर हटते हुए वे आपबीती बताते हुए रोने लगीं।
लक्ष्मी ने बताया कि परिवार वर्ष 2020 में भारत आया था। कई रिश्तेदार अब भी पाकिस्तान में हैं, जो भारत आना चाहते हैं। परिवार के साथ यहां से कहीं नहीं जाऊंगी। अच्छी जिंदगी के लिए यहां आए हैं। ऐसे में दोबारा वहां जाना किसी नरक से कम नहीं है। यहां मजदूरी करते हैं, तब घर में एक वक्त का चूल्हा जलता है। सरकार से अपील है कि उन्हें यहां से कहीं न भेजें। भारत सरकार पर भरोसा है।