दुबई से तीन घंटे की ड्राइव से या मसकट से एक घंटे की फ्लाइट से आप मुसंदम पहुंच सकते हैं, जो तेजी से ओमान का पसंदीदा पर्यटक स्थल बन रहा है। यह लाल पहाड़ों व नीले समुद्र के बीच बसा है, एक उंगली की तरह दिखाई देता है जो फारस की खाड़ी की ओमान के समुद्र से अलग करती है।
पुर्तगालियों द्वारा बनाए गए किले
मसकट की तरह मुसंदम के समुद्र तट पर भी खसाब व बुखा में किले हैं, जिन्हें पुर्तगालियों ने पुराने किलों की नीवों पर बनाया है। मुसंदम क्षेत्र की राजधानी खसाब है, जिसके किले को शानदार म्यूजियम में तब्दील कर दिया गया है। इसके आंगन में कॉफी बनाने के कमरे, रसोई आरिश (गर्मियों का घर), अनाज भंडार आदि के नमूने हैं। ऊपरी मंजिल पर थीम कमरे हैं जैसे महिलाओं की मजलिस, कुरआन अध्ययन का कमरा, विवाह कक्ष व परंपरागत दवाएं। इसके अलावा कॉस्ट्यूम, जेवरात व खंजर इन चीजों को संग्रहित किया गया है।
डॉल्फिन के नजारे
परंपरागत ओमानी नाव पानी पर तैरती हुई लकड़ी के रथ सी प्रतीत होती हैं। इनमें गद्देदार कुशन व कालीन पड़े होते हैं ताकि लंबी क्रूज का आनंद लिया जा सके। दोस्तों जैसा स्टाफ आपकी सेवा में फल, शीतय पेय व भोजन उपलब्ध कराता है और आप तकिए लगाकर मुसंदम के दर्शनीय प्राकृतिक समुद्र का आनंद लेते हैं, जिसे अरब का नॉर्वे भी कहा जाता है। इस पूरे सफर में सबसे ज्यादा मजा साफ नीले पानी में से डॉल्फिन का उछलना और आपकी नाव का पीछा करना सबसे दिलचस्प नजारा होता है।
जबल हारिम तक यात्रा
कहा जाता है कि स्थानीय महिलाएं अक्सर इस पहाड़ी पर एकत्र हो जाती थीं, जब उनके पति मछली पकडऩे के लिए जाते थे। तब वह समुद्री लुटेरों से बचने के लिए ऐसा करती थीं। इसलिए इस पहाड़ी का नाम जबल हारिम या महिलाओं की पहाड़ी पड़ा है। खसाब से आधे घंटे की ड्राइव पर आप खोर नज्द पहुंच जाते हैं जो ओमान के अनेक प्राकृतिक सौंदर्य स्थलों में से एक है। खुले भूरे दांतों के जबड़े की तरह यह पहाडिय़ां शानदार पृष्ठभूमि बनाती हैं।
ओमानी हलवा
यह क्षेत्र ऐसा है जिसे सूरज अपनी गरमी से निरंतर गर्म करता रहता है। रेगिस्तान में जो खजूर के पेड़ उगते हैं वह वास्तव में जीवन के पेड़ हैं। यह पेड़ बीमा हैं किसी भी आपात स्थिति के खिलाफ क्योंकि यह उतने समय तक ही जीवित रहता है जितना कि एक व्यक्ति की औसत आयु होती है। इसलिए इससे जीवन भर की पौष्टिकता का वायदा मिलता है। यहां खजूर सैकड़ों तरह के मिल जाते हैं, जिनमें खलास, खसाब या फरा विशेष रूप से पसंद किए जाते हैं। इन्हीं से स्वादिष्ट ओमानी हलवा भी बनता है जो हर जगह उपलब्ध है।
समुद्री पक्षी
मुसंदम के चारों तरफ पानी है और इसलिए यह अनेक समुद्री पक्षियों की प्रजातियों को देखने के लिए उपयुक्त स्थान बन जाता है। समुद्र के किनारे जो ऊंची-ऊंची चट्टाने हैं उन पर कॉरमोरेंट के बड़े-बड़े झुंड अपने घोसले बनाते हैं और अपने बच्चों को दाना खिलाते हैं। क्रूज पर निकलने पर आप इन चट्टानों के करीब पहुंच जाते हैं और इन पक्षियों को समुद्र में गोता लगाते व निकलते हुए और तट पर पंख सुखाते हुए देख सकते हैं। खसाब के दक्षिण में जो पहाडिय़ां हैं वहां जाड़े में एवरमेन रेडस्टार्ट अपना बसेरा बनाते हैं, जबकि बसंत में वीटईटर्स, बंटिंग व रॉक पक्षियों को देखा जा सकता है।