चर्च के पादरी भी हिंसा के शिकार हो रहे, राज्य सरकार चैन की नींद सोई है
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को केरल के पथनमथिट्टा में जनसभा की। PM ने कहा- इस बार केरल में कमल खिलने जा रहा है। भाजपा यहां की युवा ऊर्जा को बढ़ावा दे रही है। इसलिए केरल के लोग कह रहे है कि अबकी बार 400 पार।
केरल में इस वक्त कानून व्यवस्था की स्थिति खराब होती जा रही है। चर्च के पादरी भी हिंसा के शिकार हो रहे हैं। कितने ही कॉलेज कैम्पस कम्युनिस्टों के गुंडों के अड्डे बन चुके हैं। महिलाएं, युवा और हर वर्ग के लोग डर में जी रहे हैं। राज्य सरकार में बैठे लोग चैन की नींद सो रहे हैं। इन समस्याओं से छुटकारा तब मिलेगा, जब यहां से कांग्रेस और LDF की मिलीभगत का चक्कर टूटेगा।प्रधानमंत्री मोदी 15 मार्च से 18 मार्च तक दक्षिण भारत के दौरे पर रहेंगे। इस दौरान वह केरल, तमिलनाडु और तेलंगाना में चुनावी रैली करेंगे।
कांग्रेस और लेफ्ट की स्थिति यह है कि जिस राज्य से यह चुनाव हारते हैं, वहां यह दोबारा वापसी नहीं कर पाते। कांग्रेस ने सत्ता के लालच में जिस तरह से खेल खेला, राज्यों को बर्बाद किया। लोग अच्छी तरह जानते हैं। जिस राज्य से यह पराजित होते हैं वहां के लोग इन्हें वापस लौटने नहीं देते। तमिलनाडु ने 1962 में आखिरी चुनाव जीता था, यूपी, गुजरात बिहार में कांग्रेस 4 दशक पहले आखिरी चुनाव जीता। उड़ीसा में भी कांग्रेस 3 दशक से बाहर ही है। देश के कितने ही राज्यों से बाहर है।त्रिपुरा, बंगाल इन राज्यों से लेफ्ट पार्टियों का सितारा चमकता था। 3 से 4 दशक तक इन्हीं की चलती थी। त्रिपुरा, बंगाल से उन्हें हटाया। कितने ही साल हो गए, कांग्रेस और लेफ्ट को घुसने नहीं दिया जाता। लोगों को पता है कि कांग्रेस पर भरोसा किया। जितने साल लेफ्ट पर भरोसा किया। उतने साल सर्वाधिक नुकसान हुआ।केरल में बीजेपी युवा ऊर्जा को बढ़ावा दे रही है। इसलिए केरल के लोग कह रहे है कि अबकी बार 400 पार। पिछले चुनाव में केरल की जनता ने हमें दोहरे अंक में वोट प्रतिशत वाली पार्टी बनाया और अब यहां दोहरे अंक वाली सीटों की हमारी नियति अभी दूर नहीं है। केरल के लोग राज्य पर शासन करने वाली भ्रष्ट और अक्षम सरकारों के कारण पीड़ित हैं। LDF और UDF सरकारें रबर किसानों की दुर्दशा देख ही नहीं पातीं।