*27 सितंबर, नई दिल्ली*केजरीवाल सरकार के शहीद भगत सिंह आर्म्ड फ़ोर्सेज़ प्रिपरेटरी स्कूल ने अपने पहले ही साल में यूपीएससी द्वारा आयोजित एनडीए की परीक्षा में शानदार सफलता हासिल की है। एएफ़पीएस के पहले बैच के 32 छात्रों ने एनडीए की परीक्षा में बाज़ी मारी है और इनमें 9 लड़कियाँ भी शामिल है। इस शानदार उपलब्धि पर शिक्षा मंत्री आतिशी ने बुधवार को झड़ौदा कलाँ स्थित स्कूल में जाकर छात्रों से मुलाक़ात की और आगे एसएसबी में बेहतर प्रदर्शन करने के लिए प्रोत्साहित किया।
इस मौक़े पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर ख़ुशी जताते हुए कहा कि, यह बताते हुए खुशी हो रही है कि दिल्ली के शहीद भगत सिंह आर्म्ड फोर्सेज़ प्रिपरेटरी स्कूल के 32 छात्रों ने एनडीए परीक्षा उत्तीर्ण की है, जो देश भर में किसी एक स्कूल से एनडीए उत्तीर्ण करने वाले छात्रों में से एक है।
उन्होंने आगे लिखा कि, सिर्फ एक साल में दिल्ली के आर्म्ड फोर्स प्रिपरेटरी स्कूल ने बेहतरीन नतीजे दिखाए हैं। मुझे यकीन है कि दिल्ली से अधिक से अधिक छात्र अब एनडीए परीक्षा पास करेंगे और भविष्य के अधिकारी के रूप में हमारे देश को गौरवान्वित करेंगे। दिल्ली देश की सेवा के लिए सदैव तत्पर रहेगी
इस मौक़े पर शिक्षा मंत्री आतिशी ने आज एक बहुत बड़ा सपना पूरा होता दिख रहा है। मुख्यमंत्री जी ने एक साल पहले जब इस स्कूल का उद्घाटन किया था तो कहा था कि ये स्कूल ग़रीब परिवारों के बच्चों के सैन्य अफ़सर बनने का सपना पूरा करेगा और हमारे शिक्षकों-बच्चों ने अपनी कड़ी मेहनत के साथ पहले साल में ही इसे सच कर दिखाया। ये एक बहुत बड़ी उपलब्धि है कि हमारे 76 छात्रों ने परीक्षा दी और उनमें से 32 छात्रों ने ये परीक्षा उत्तीर्ण की। उन्होंने छात्रों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि, आप बच्चों ने अपने अनुशासन,मेहनत व देशभक्ति के जज़्बे से साबित कर दिया है कि वो सैन्य अफ़सर बन भारत माता की सेवा करने के लिए तैयार है। बस अब आप सभी को एसएसबी के लिए दोगुनी मेहनत करनी है।
उन्होंने कहा कि, हम लोगों ने साल-दो साल पहले सोचा था कि दिल्ली के अंदर कोई सैनिक स्कूल नहीं है, दिल्ली के जो हमारे बच्चे फौज में जाना चाहते हैं और देश की सेवा करना चाहते हैं, उनके लिए कोई औपचारिक सिस्टम नहीं है, जो उनको फौज में भर्ती के लिए तैयार कर सके। इसके लिए हमने एक साल पहले इस स्कूल की शुरुआत की। और हमारे पहले बैच ने ही इतना शानदार प्रदर्शन करते हुए ये साफ़ कर दिया है कि ये स्कूल आने वाले भविष्य में देश के लिए सैन्य अफ़सरो की एक लंबी क़तार खड़ी करेगा। और दिल्ली के साथ-साथ पूरे देश को उनपर गर्व होगा।
*एएफ़पीएस के कुल 76 बच्चे एनडीए परीक्षा में हुए थे शामिल, 32 हुए उत्तीर्ण, 9 लड़कियों ने भी मारी बाज़ी*
बता दें कि इस साल एएफ़पीएस के कक्षा 12वीं के सभी 76 बच्चों ने एनडीए की परीक्षा दी और इनमें से 32 बच्चों ने इसमें सफलता हासिल की है। इनमें 9 लड़कियाँ भी शामिल है। साथ ही केजरीवाल सरकार का ये स्कूल उत्तराखण्ड स्थित सैनिक स्कूल, घोड़ाखाल(स्थापना 1966) के बाद दूसरे स्थान पर है जहाँ इतनी बड़ी संख्या में बच्चों ने एनडीए की परीक्षा उत्तीर्ण की है।
*छात्रों ने क्या कहा?*
शिक्षा मंत्री के साथ साझा करते हुए छात्रों ने कहा कि स्कूल में मिल रही सुविधाओं से उनके अन्दर ऑफिसर्स जैसी क्वालिटी विकसित हो रही है| ये सभी सुविधाएँ कैडेट से सैन्य अफसर बनने के सफ़र में उनके लिए काफी मददगार साबित हो रही है और परीक्षा के लिए भी इससे उन्हें काफ़ी मदद मिली है।
छात्रों ने बताया कि, स्कूल में लगातार कराए गये मॉक टेस्ट से भी उन्हें एनडीए की परीक्षा की तैयारी में बड़ी मदद मिली है।
*14 एकड़ में फैले स्कूल कैंपस में आवासीय सुविधाओं के साथ-साथ छात्रों को सशस्त्र बलों के लिए मिलती है मुफ्त ट्रेनिंग*
यह स्कूल पूरी तरह से निःशुल्क है। स्कूल में छात्रों के लिए आवासीय सुविधा भी मौजूद है। स्कूल में बच्चों में ऑफिसर विकसित की जाती है और एनडीए समेत दूसरी आर्म्ड सर्विसेस के लिए बच्चों को तैयार किया जाता है| आर्म्ड फोर्सेज में करियर को देश के सबसे सम्मानित और प्रतिष्ठित जॉब्स में से एक माना जाता है। ऐसे विद्यार्थी जो एक्साइटमेंट, एडवेन्चर और चैलेन्जेस भरा करियर विकल्प चुनना चाहते हैं उन्हें अपने प्रोफेशनल एक्सपेक्टेशन को पूरा करने के लिए आर्म्ड फोर्सेज से बेहतर कोई और विकल्प नहीं है। ये छात्रों को इंडियन आर्म्ड फ़ोर्स में करियर बनाकर देश की सेवा करने का एक सुनहरा अवसर प्रदान करता है।